किसानों की फसल सूखने की कगार पर, एक बार ओर मिल जाता पानी तो फसल सूखने से बच जाती
उपमुख्यमंत्री देवड़ा व कलेक्टर महोदया को आवेदन देकर किसानों ने पानी नदी में नही छोड़ने की मांग भी की गई थी
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मल्हारगढ़ (गोपाल मालेचा) काका गाडगिल सागर डेम किसानों के लिए वरदान साबित हुआ जब से गाडगिल सागर डेम की नींव रखी गई तब से लेकर आज तक किसानों के चेहरे पर रौनक आई पर्याप्त पानी किसानों की फसलों को मिलने लगा । पहले से भी अधिक फसलो को पैदावर बड़ी । किसान पहले नलकूप ओर कुओ पर ही निर्भर था आज किसानों को नहर से मिलने वाले पानी ने किसानों की किस्मत बदल कर रख दी । काचरिया देव, चंदवासा, बरखेड़ा देव, देवीपुरा, चंगेरी क्षेत्र के भोलेभाले किसान एक बार फिर परेशान है तीन बार किसानों की फसल सिंचित हो गई, अब चौथी बार जलसंसाधन विभाग ने पानी देने से मना कर दिया । जलसंसाधन विभाग के एसडीओ संजय कोहद का कहना है कि हमारे पास पानी नही है इसलिए नहर में अब पानी नही छोड़ सकते । किसानों का कहना है कि जिस उद्देश्य से काका गाडगिल सागर डेम की नींव रखी गई थी उस उद्देश्य को पलीता लगाने में अधिकारी कोई कसर बाकी नही रखी । महीने पहले अगर यह पानी नदी में नही छोड़ते तो आज किसानों के लिये पर्याप्त पानी होता, हमारी फसले सूखती नही । पानी को नदी में न छोड़ने के लिए किसानों ने उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से भी गुहार लगाई थी…नतीजा शून्य ! जानकारी अनुसार नदी में पानी छोड़ने के लिए क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता ने जलसंसाधन विभाग को पत्र लिखकर पानी नदी में छोड़ने की मांग की थी । उक्त पत्र के आधार पर अधिकारियों ने नदी में पानी छोड़ दिया । आज किसानो की फसलें सुख रही है उसका जिम्मेंदार कोन ? काचरिया देव, चंदवासा, बरखेड़ा देव, देवीपुरा, चंगेरी के किसानों ने मांग की है कि हमे एक बार ओर पानी दिया जाए नही तो हमारी फसल सुख जाएगी हम बर्बाद हो जाएंगे ।